करनाल/हरियाणा: करनाल जिला सचिवालय के समानें वेतनमान बढ़ाने की मांग पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे क्लर्कों ने थाली बजाकर विरोध प्रदर्शन कर सरकार को चेताया। हड़ताल पर डटे क्लर्को ने कहा कि उनकी सरकार से एक ही मांग कि उनको 35,400 का वेतनमान दिया जाए, जो एनकी एकमात्र मांग हैं।
जब तक सरकार उनकी मांग को नहीं मानेंगी, तब तक अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेंगी। सरकार की हठधर्मिता की वजह से प्रदेशभर के करीब 25 हजार से अधिक क्लर्क हड़ताल पर बैठे हुए हैं। जिसके चलते प्रशासन के बहुत से कार्य ठप पड़े हुए हैं नतीजन आमजन को भारी परेशानियों को उठाना पड़ रहा हैं।
क्लर्कों की आवाज दबा रही सरकार
धरने पर बैठे क्लर्को ने बताया थाली बजाकर सरकार को जगाने कार्य किया गया है, मार्च पास्ट से लेकर ज्ञापन तक सरकार के पास भेजे गए हैं लेकिन सरकार उनकी मांगों को नहीं मान रही हैं। प्रशासन द्वारा सीएम से मिलने का आश्वासन दिया गया था लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया गया। जब तक 35,400 की मांग को नहीं माना जाएगा, तब तक अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे रहेंगे।
सरकार क्लर्क को टेक्निकल नहीं मान रही है। उन्होंने कहा कि सरकार दावा कर रही है कि 100 से अधिक पोर्टल चलाए जा रहे है ये सब क्लर्कों की वजह से तो चल रहे है। सरकार को सोचना चाहिए कि क्लर्क कम सैलरी पर काम कर रहे थे क्लर्क तो सिर्फ अपना हक मांग रहे है लेकिन सरकार उनका हक देने की बजाए, क्लर्कों की आवाज दबाने का काम कर रही है।
थाली बजाकर सरकार को जगाएंगे
जंगबहादुर मजदूर नेता ने कहा केंद्र सरकार ने कोरोना काल में थाली बजाओ कोरोना भगाने के लिए थाली बजाकर जगाया था लेकिन आज लिपिक वर्ग अपनी जायज मांग के लिए थाली बजाकर मनोहर सरकार को भगाने का काम कर रहे हैं। क्लर्क अपनी जायज मांग के लिए धरने पर बैठे हुए हैं नो वर्क, नो वेतन से काम नहीं चलेगा। सरकार को क्लर्कों के साथ बैठकर समझौता करना चाहिए, क्लर्कों की मांग बिल्कुल जायज हैं।
रिपोर्ट- मुकुल सतिजा
करनाल, हरियाणा