उन्नाव/उत्तर प्रदेश: सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलती जुलती शक्ल वाले व बीते विधानसभा चुनाव में सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव के साथ भगवा वस्त्र में मंच साझा कर सुर्खियां बटोरने वाले सोहरामऊ थाना क्षेत्र के चौपई गांव निवासी सुरेश ठाकुर की संदिग्ध हालातों में मौत हो गई। मृतक की पत्नी ने बीती 27 जुलाई को हुई मारपीट में आयी चोटों से मौत होने का आरोप लगाया है।
सरिता वर्मा ने कहा, “सुरेश सोहरामऊ थाना क्षेत्र के चौपाई गांव निवासी सुरेश ठाकुर (52) पुत्र सुभाष की बीती रात हालत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसकी पत्नी सरिता वर्मा का आरोप है कि कि 28 जुलाई को गांव के लोगों ने पति के साथ मारपीट की थी। इस मारपीट आयी चोटों के चलते ही पति मौत हो गई।
पुलिस बोली- हत्या की भ्रामक खबर न फैलाएं
वहीं इस संबंध में एसओ सोहरामऊ अवधेश सिंह ने किसी प्रकार की मारपीट से इंकार किया है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों से कहासुनी हुई थी। इस संबंध में जिले की पुलिस से सोशल मीडिया पर एक सूचना जारी करते हुए कहा कि सुरेश ठाकुर के शरीर में कोई चोट के निशान नहीं हैं। पीट-पीटकर हत्या किए जाने जैसी भ्रामक और तथ्यों से परे खबर प्रसारित न करें।
बता दें कि सुरेश ठाकुर बीते विधानसभा चुनाव में सपा सुप्रीमों व पूर्व सीएम अखिलेश यादव के साथ बतौर स्टार प्रचार मंच पर रहे। सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलती जुलती शक्ल के कारण उन्हें अखिलेश यादव भगवा वेशभूसा में अपने साथ लेकर चलते थे। अखिलेश से मंच, उनके निजी प्लेन की कई फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
सपा का प्रतिनिधिमंडल जाएगा सुरेश ठाकुर के गांव
समाजवादी पार्टी ने सुरेश ठाकुर की मौत की सच्चाई का पता लगाने के लिए जांच टीम गठित की है। टीम में शामिल 7 सदस्यीय डेलिगेशन सुरेश ठाकुर के गांव जाएगा। उनकी मौत की वजह की विस्तृत रिपोर्ट प्रदेश कार्यालय में प्रस्तुत करेगा। इस संबंध में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने विधिवत पत्र भी जारी किया है।
पार्टी ने पत्र जारी करते हुए लिखा, ”पार्टी के कार्यकर्ता श्री सुरेश ठाकुर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की सही जानकारी एवं शोकाकुल परिवार से मिलने हेतु प्रतिनिधिमंडल का गठन किया जाता है। ऐसा पार्टी के माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी के निर्देशानुसार किया गया है। 7 सदस्यीय डेलिगेशन सुरेश ठाकुर के गांव जाएगा। उनकी मौत की वजह की विस्तृत रिपोर्ट प्रदेश कार्यालय में प्रस्तुत करेगा।”