हिंदुस्तान जिंदाबाद था, जिंदाबाद है और जिंदाबाद रहेगा… यह डॉयलोग को हर किसी ने सुना होगा. साल 2001 में आई गदर फिल्म में जब लोगों ने सनी देओल के मुंह से यह डॉयलोग सुना तो, सिनेमाघरों में सीटियां बज उठी. वहीं जब फैंस को गदर-2 फिल्म रिलीज होने की खबर मिली तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था. फैंस बेसब्री से गदर 2 का इंतजार करने लगे. इसके बाद लंबे समय के इंतजार के बाद आखिर आज यानी 11 अगस्त को फिल्म रिलीज हुई. फिल्म का प्लॉट कैसा था, फिल्म ने दर्शकों के दिमाग पर कितना असर डाला इसी को लेकर एक रिव्यू आप यहां पढ़ सकते हैं.
22 साल बाद जब सिनेमाहॉल में सनी देओल की आवाज गुंजी तो फैंस इस पल को चियर्स करते नजर आए. आपको बता दें कि इस फिल्म का पहला पार्ट ‘गदर’ 2001 में रिलीज हुआ था. इस फिल्म ने सनी को फैंस बटोरने में काफी मदद की थी. इस फिल्म के एक-एक सीन ने दर्शकों को सीटी बजाने पर मजबूर कर दिया था. ‘हिंदुस्तान जिंदाबाद’ का नारा तो जैसे फैंस के दिलो-दिमाग पर छा गया था. वहीं अब 22 साल बाद सनी फिर तारा सिंह बनकर लौटे हैं.
फिल्म के किरदार
बात करें कहानी के किरदारों की तो इस फिल्म में मुख्य किरदार के रूप में सनी देओल, अमीशा पटेल, उत्कर्ष शर्मा, सिमरत कौर, मनीष वाधवा और गौरव चोपड़ा हैं. फिल्म के निर्देशक और निर्माता अनिल शर्मा हैं. 170 मिनट की इस फिल्म में कुल 7 गानें हैं.
गदर ने कितना मचाया गदर
अब बात करें फिल्म की शुरूआत की तो पहले हॉफ में फैंस को थोड़ी बोरियत महसूस हो सकती है. फिल्म के आधा घंटे में केवल यह समझाया गया है कि कैसे इस फिल्म को गदर 1 से जोड़ा गया. इस फिल्म में ओमपुरी की जगह नाना पाटेकर नैरेटर बने. फिल्म की शुरूआत तो काफी धुआंधार अंदाज में होती है. लेकिन थोड़ी ही देर में लोग ऊबने लगते हैं. पहले हॉफ में सनी देओल से ज्यादा उत्कर्ष पर काम किया गया है. ऐसे में सनी के फैंस उनकी एंट्री का इंतजार करते हैं. तारा सकीना के प्यार से शुरू हुई कहानी अब उत्कर्ष और सिमरत के प्यार तक आ गई है. लेकिन वहीं इंटरवल के बाद फिल्म ने ऐसा गदर मचाया कि लोग सिटियां बजाने से नहीं चुके.
ट्रक ड्राइवर बने तारा सिंह
इस फिल्म में सनी देओल जो कि तारा सिंह है. उन्हें एक ट्रक ड्राइवर के रूप में दिखाया है. जो आज भी सकीना से प्यार करते हैं. सकीना की याद में वे गाने भी गाते हैं. इस फिल्म में तारा इंडियन आर्मी के पंजाब बेस के आसपास रहकर आर्मी के लिए काम करते हैं. और उनकी अच्छी खासी इज्जत बनी हुई है. वहीं कर्नल देवेंद्र रावत यानी गौरव चोपड़ा काम करते हैं. फिल्म में उत्कर्ष यानी चरणजीत बड़ा हो गया है और अब वह कॉलेज जाता है. तारायह चाहते हैं कि जीत खूब पढ़ें और बड़ा आदमी बने. लेकिन जीते का सपना एक एक्टर बनना होता है. यहीं से फिल्म में एक अलग ट्विस्ट आता है.
एक्शन और डायलॉग्स की भरमार
गदर 2 में एक्शन और डायलॉग्स कूट-कूट कर भरें हैं. ऐसे में अगर आपको एक्शन फिल्म पसंद हैं तो फिल्म देखने जा सकते हैं. सैकंड हॉफ में फैंस को काफी मजा आने वाला है. जो कि पूरा एडवेंचर से भरा हुआ है. इस फिल्म में तारा पहले ज्यादा दमदार और गुस्सेल नजर आए हैं, जिसने दुश्मन की ऐसी खाट खड़ी की कि फैंस तालियां बजाने से नहीं चुके.
वहीं बात करें म्यूजिक की तो कुछ गानों के अलावा बाकी पुराने गानों का तड़का लगाया गया है, जिससे फिल्म का रोमांच दोगुना हो गया है. फिल्म कम से कम एक बार तो देखी जा सकती है.