नशा स्वास्थ्य के लिए कितना खतरनाक? फरीदाबाद के डिप्टी कमिश्नर ने लोगों को बताई ये बात

Published

फरीदाबाद/हरियाणा : देश में नशा काफी बढ़ रहा है  ज्यादातर युवा नशे की लत में पड़ जाते है सरकार और प्रशासन के जागरूक करने के बावजूद भी लोगों की नशा करने की आदत नहीं छूटने का नाम ले रही है। खासकर नशा स्कूल और कॉलेजों के छात्रों को खोखला कर रहा है। वहीं हरियाणा में नशे के खिलाफ जागरूक करने के लिए सरकार और प्रशासन कई अभियान चला रही है।

वहीं इसको लेकर फरीदाबाद के डिप्टी कमिश्नर विक्रम यादव ने कहा कि, नशे की लत जहां समाज के लिए अभिशाप है वही नशा करने वाला जहा अपनी सेहत गवां बैठता है वहीं उसका परिवार भी बर्बाद हो जाता है। डिप्टी कमिश्नर आज रेडक्रॉस द्वारा संचालित नशा मुक्ति केंद्र का दौरा करने पहुंचे थे जहां उन्होंने इलाज करवा रहे मरीजों से बात की और उन्हें प्रेरित किया कि वह नशे की लत छोड़कर समाज की मुख्यधारा में शामिल हो।

डिप्टी कमिश्नर ने लोगों को किया जागरूक

पत्रकारों से बातचीत करते हुए डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि, “आज नशे की लत समाज को खोखला बना रही है खासकर स्कूल और कॉलेजों के बच्चे भटक कर नशे का सेवन करने लगते हैं और अगर एक बार लत लग जाती है तो इस से पीछा छुड़ाना मुश्किल हो जाता है।”

उन्होंने कहा कि, “आज सरकार की तरफ से और प्राइवेट संस्थाओं के माध्यम से नशा मुक्ति केंद्र चलाए जा रहे हैं जहां नशे की लत छुड़ाने के लिए मुफ्त इलाज की सुविधा उपलब्ध है ऐसे में हम सभी का फर्ज बनता है कि यदि आपके आसपास कोई शख्स नशे का आदी बन चुका है तो उसे नशा मुक्ति केंद्र तक लेकर आना बहुत जरूरी है ताकि उसकी नशे की लत छुड़ाई जा सके। उन्होंने कहा कि यदि कोई नशा बेचता है तो उसकी सूचना तुरंत दें जिसमें उसका नाम गुप्त रखा जाएगा।”