त्रिपुरा में पीएम मोदी ने एक रैली को संबोधित किया इस दौरान विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। कहा आज भाजपा ने त्रिपुरा को डर, भय, और हिंसा से मुक्ति दी है। हिंसा के उस दौर में हमारी बहन-बेटियों पर कितने अत्याचार हुए थे, लेकिन आज त्रिपुरा में महिला सशक्तिकरण हो रहा है।
त्रिपुरा/अंबासा- विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। 16 फरवरी को त्रिपुरा में सभी 60 सीटों पर वोट डाला जाएगा, जिसके नतीजे 2 मार्च को सामने आएंगे। उससे पहले शनिवार को नरेंद्र मोदी ने त्रिपुरा में एक रैली को संबोधित किया, इस दौरान विपक्षी पार्टियों पर भी जमकर हमला बोला। पीएम ने कहा कांग्रेस और वामपंथी सरकार ने त्रिपुरा को विकास के हर पैमाने पर पीछे धकेल दिया था लेकिन डबल इंजन की सरकार सिर्फ 5 सालों में ही त्रिपुरा को तेज विकास की पटरी पर ले आई। मोदी ने कहा अब त्रिपुरा की पहचान हिंसा और पिछड़ापन नहीं है। आपको बता दें कि फिलहाल त्रिपुरा के सत्ता में बीजेपी की सरकार है।
झंडा दिखने पर घर जला दिया जाता था
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा त्रिपुरा में आए बदलाव का एक और उदाहरण ये चुनाव में भी आप देख सकते हैं, हर पार्टी का झंडा दिखाई दे रहा है। 5 साल पहले तो बस एक पार्टी के अलावा किसी दूसरे दल को झंडा तक लगाने की इजाजत नहीं थी। अगर किसी के घर पर झंडा दिख जाता तो पूरा घर ही जला दिया जाता था। उन्होंने कहा आज भाजपा ने त्रिपुरा को डर, भय, और हिंसा से मुक्ति दी है।
नहीं रूकेगी डबल इंजन की सरकार
BJP की विजय संकल्प रैली को संबोधित करते हुए कहा कि ये मेरी त्रिपुरा के चुनाव में पहली रैली है। लोगों की मुस्कान और उत्साह देखकर पता चलता है कि ये डबल इंजन की सरकार रूकने वाली नहीं है। एक बार फिर से राज्य में डबल इंजन की सरकार बनने वाली है।
7वें वेतन से बढ़ाया कर्मचारियों की पगार
मोदी ने कहा पहले त्रिपुरा में सरकारी कर्मचारियों को पुराने आधार पर ही वेतन मिलता था लेकिन हमारी सरकार ने 7वां वेतन लागू करके सभी कर्मचारियों का पगार बढ़ाया है। उन्होंने कहा पहले सिर्फ वामपंथियों को ही किसी भी योजना का लाभ मिलता था लेकिन अब हर नागरिक को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल पाता है।
चंदा वाली परंपरा पर लगी रोक
पीएम मोदी ने कहा कि पहले चंदा के नाम पर पूरे राज्य में लूट मची थी, वामपंथी सरकार ने चंदे के नाम पर लूटने का लाईसेंस दे रखा था। हमने त्रिपुरा के लोगों को इस लूट से छूटकारा दिला दिया। पहले लोग त्रिपुरा में बहुत मुश्किल से थाने पहुंच पाते थे, और पहुंचने से पहले भी चंदा देना पड़ता था। अब भाजपा के शासन में त्रिपुरा में क़ानुन का राज स्थापित हुआ है।
हिंसा के उस दौर में हमारी बहन-बेटियों पर महिलाओं पर कितने अत्याचार हुए थे लेकिन आज त्रिपुरा में महिला सशक्तिकरण हो रहा है।