Purnia Mahagathbandhan: पूर्णिया में महागठबंधन जनसभा बदल सकती है लोकसभा 2024 के मायने

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पूर्णिया महागठबंधन

Purnia Mahagathbandhan: बिहार के पूर्णिया में महागठबंधन जनसभा चल रही है। ऐसा पहली बार है जब 7 दलों के बड़े नेता एक मंच पर एक साथ दिखें हैं। इससे अंजादा लगाया जा सकता है कि नीतीश कुमार ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपनी जमीन तैयार कर ली है। पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में हो रही ये जनसभा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की जनसभा के 5 महीने बाद हो रही है।

राजनीतिक लिहाज से देखें तो इस महाजुटान पर केवल बिहार की ही नहीं बल्कि पूरे देश की नजरें टिकी थी। क्योंकि पूर्वोत्तर भारत में होने वाली इस महारैली के बहाने ही महागठबंधन के नेता लोकसभा चुनाव 2024 के अभियान का आगाज करेंगे या यूं कहें कि विपक्ष एकजुट होकर सत्ताधारी पार्टी को अपनी ताकत का अहसास कराना चहाता है।

नीतीश को जमीन तैयार करने में लगे 6 महीने

बिहार के पूर्णिया में आज जो भी दल एक साथ दिख रहे हैं। वो कारनामा एक दिन में नहीं हो गया है। इसके पीछे बिहार मुख्यमंत्री और जेडीयू के नेता नीतीश कुमार हैं। नीतीश कुमार पिछले साल यानी 2022 को सितंबर महीने में विपक्षी एकता को मजबूत करने के लिए दिल्ली की यात्रा पर निकले थे और ये अब सच साबित होता दिख रहा है। लेकिन बीजेपी ने नीतीश के इस कदम को हल्के में ले लिए था और उनपर कटाक्ष उनके इस प्लान को राजनीतिक पर्यटन बता दिया था।

पहली बार अनेक दल हुए “एक”

यह पहली बार है जब सात घटक दलों के बड़े नेता एक मंच को साझा कर रहे हों। इस रैली में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, पूर्व सीएम जीतनराम मांझी, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह और वाम दलों के नेता मंच पर मौजूद हैं। रैली में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को भी वर्चुअली जोड़ा गया। उन्होंने कहा कि 2025 के चुनाव में महागठबंधन रिकॉर्ड मतों से जीतेगा।

नीतीश कुमार हो सकते हैं पीएम पद के उम्मीदवार

पूर्णिया रैली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पीएम कैंडिडेट के रूप में पेश किया जा रहा है आरजेडी, जेडीयू समेत अन्य दलों में जारी खींचतान के बीच महागठबंधन एकजुट होकर शक्ति प्रदर्शन कर रहा है।


हालांकि, ये अगल बात है कि जब नीतीश कुमार के 2024 में पीएम उम्मीदवार को लेकर कयास लाए जा रहे थे, तब नीतीश ने इन कयासों पर झाड़ू मारते हुए कहा था कि ये सब बात छोड़िए, मेरी कोई ऐसी इच्छा नहीं है।

लेकिन कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में नीतीश कुमार का शामिल ना होना इस बात को पुखता करता है कि नीतीश भी चाहते हैं कि लोकसभा चुनाव 2024 में पीएम पद के उम्मीदवार वो खुद ही रहें।