Paris Paralympics 2024: भारत ने बुधवार को मेन्स F46 शॉर्ट पुट में सिल्वर मेडल से खाता खोला। सचिन सरजे राव ने 16.3 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ सिल्वर मेडल जीत लिया है। यह भारत का पेरिस पैरालंपिक 2024 में 21वां पदक रहा।
एफ46 इवेंट के फाइनल में सचिन का पहला प्रयास 14.7 मीटर और दूसरा प्रयास 16.329 मीटर का था। वहीं कनाडा के ग्रेग स्टीवर्ट ने 16.38 के अपने बेस्ट थ्रो के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किया। भारत के मोहम्मद यासिर आठवें और रोहित कुमार नौवें स्थान पर रहे। यासिर का बेस्ट थ्रो 14.21 मीटर का और रोहित का 14.10 मीटर का रहा।
2023 और 2004 के वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में जीता गोल्ड
सचिन ने 2023 विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में मेन्स F46 शॉर्ट पुट में गोल्ड मेडल जीता था, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 16.21 मीटर था। उन्होंने 2024 विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी इसी इवेंट में गोल्ड मेडल जीता था।
पैरा एथलेटिक्स इवेंट्स में F46 श्रेणी उन लोगों के लिए है जिनके एक या दोनों हाथों में हल्की शारीरिक गतिविधि की कमी है या जिनके हाथ या पैर नहीं हैं। इन एथलीटों को कूल्हों और पैरों की ताकत से थ्रो करना होता है।
संघर्षों भरा रहा जीवन
महाराष्ट्र के सांगली जिले के निवासी सचिन स्कूल के दिनों में एक दुर्घटना का शिकार हो गए थे, जिसके कारण उनकी कोहनी की मांसपेशियां खराब हो गईं। कई सर्जरी के बावजूद, वह ठीक नहीं हो सके। सचिन की जिंदगी तब और खराब हो गई जब 9 साल की उम्र में साइकिल से फिसलने के कारण उनका बाया हाथ टूट गया। लेकिन सचिन के हौसले बुलंद रहे। ठीक होने में काफी वक्त लगा, लेकिन जब उनका फ्रैक्चर ठीक हुआ, तो उन्हें गैंगरीन नामक एक अन्य बीमारी से जूझना पड़ा।