पटना/बिहार: बिहार में जातीय जनगणना पर पटना हाईकोर्ट ने एक बड़ा फैसला सुनाया है. जातीय जनगणना पर अदालत ने जो रोक लगाई थी, उसे हटा ली गई है. इस फैसले के बाद नीतीश सरकार को बड़ी राहत मिली है. बिहार में अब जातीय जनगणना कराने की अनुमति मिल गई है. जनगणना के खिलाफ याचिकाकर्ता का कहना है कि कोर्ट के तमाम बिंदुओं पर आकलन किए जाने के बाद ही कोई टिप्पणी की जा सकेगी. उन्होंने यह कहा कि कोर्ट के फैसले का आकलन किए जाने के बाद इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में भी चुनौती दी जाएगी.
लालू यादव ने फैसले का किया स्वागत
जातीय जनगणना मामले पर हाईकोर्ट के आदेश के बाद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके पुत्र एवं डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का बयान आया. तेजस्वी यादव ने भाजपा पर साजिश रचने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा की साजिश का कोर्ट ने जवाब दिया है. दूसरी तरफ राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने कोर्ट के फैसले का स्वागत किया और भाजपा पर जोरदार हमला किया.
जगदानंद सिंह ने भाजपा पर कसा तंज
वहीं राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने पटना हाई कोर्ट के द्वारा जातीय जनगणना मामले पर सरकार के पक्ष को राहत दिए जाने को लेकर फैसले का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र की जीत है. उन्होंने जातीय जनगणना को आवश्यक बताया और कहा कि जातीय जनगणना होने से सभी समाज के लोगों को फायदा होगा. इस दौरान उन्होंने भाजपा पर भी कटाक्ष किया और कहा कि कुछ लोग इसे रोकने में लगे थे लेकिन यहां राजतंत्र नहीं है बल्कि लोकतंत्र है.
रिपोर्ट: राजीव मोहन
लेखक: आदित्य झा