राजस्थान पुलिस बनेगी बुजुर्गों का सहारा, जानिए कैसे ?

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राजस्थान पुलिस
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बीकानेर/राजस्थान: अकेले रहने वाले बुजुर्गों का अब राजस्थान पुलिस सहारा बनेगी. बीकानेर रेंज के चारों जिलों में पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश ने एक पुलिसकर्मी-एक वृद्धजन अभियान शुरू किया है. इस अभियान के लिए सभी जिलों के बुजुर्गों के डेटा बैंक तैयार किए जा रहे हैं. डेटा के तैयार होने के बाद सिपाही को अकेले रहने वाले बुजुर्गों की सुरक्षा और देखभाल की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी.

परेशानी होने पर बुजुर्गों की मदद करेगी पुलिस

इस अभियान में आईजी खुद हर शुक्रवार को बुजुर्गों से मिलेंगे और हाल-चाल जानेंगे. नई व्यवस्था के तहत सभी थानों को अपने-अपने थाना क्षेत्र में रहने वाले बुजुर्गों को चिह्नित करने के लिए कहा गया है. उन्हें करीबी थानाधिकारी और बीट कांस्टेबल का मोबाइल नंबर दिया जाएगा. किसी भी तरह की परेशानी होने पर बुजुर्ग पुलिस की मदद ले सकेंगे. आईजी ने बताया कि इस व्यवस्था से बुजुर्ग को अकेले देखकर कोई व्यक्ति उनके साथ आपराधिक या अप्रिय घटना करने का प्रयास नहीं करेगा

बीट कांस्टेबल मिलेंगे बुजुर्गों से

इस व्यवस्था में बीट कांस्टेबल समय-समय पर बुजुर्ग से उनके घर मिलने जाएगा और हाल-चाल पूछेगा. इसके अलावा वो बुजुर्गों को सामाजिक सुरक्षा का भरोसा दिलाएगा. एएसपी पुलिस अधीक्षक एवं आईजी स्वयं सप्ताह में एक दिन बुजुर्ग से व्यक्तिगत मुलाकात करने उनके निवास पर जाएंगे. जरूरत पड़ने पर कोई भी बुजुर्ग मोबाइल से आईजी कार्यालय के नम्बर 8764507304 पर कॉल कर मदद मांग सकता है.

रिपोर्ट: केके सिंह

लेखक: आदित्य झा