पटियाला/पंजाब: नाभा ब्लॉक के गांव मंडोर का माहौल उस वक्त तनावपूर्ण हो गया, जब पंचायत की जमीन की बोली को लेकर एससी समुदाय के ग्रामीण पुलिस प्रशासन से उलझ गए। पुलिस पर एससी समुदाय की ओर से ईंटें बरसाई गईं।
इस दौरान आंख में ईंट लगने से नाभा कोतवाली प्रभारी हैरी बोपाराय गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए पटियाला ले जाया गया। पुलिस दल द्वारा मंडोर गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया।
कैसे शुरू हुआ पूरा विवाद
यह विवाद समलात गांव के एससी समुदाय द्वारा 88 बीघे जमीन की बोली लगाने को लेकर सामने आया है। एससी समुदाय के लोगों की मांग थी कि बोली पिछली बोली से कम होनी चाहिए और गांव मडोर के ही एससी समुदाय द्वारा 88 बीघे जमीन की बोली लगाने के बाद गांव के कुछ लोग जमीन पर तंबू लगाकर बैठ गए और जब पुलिस प्रशासन ने उन्हें उठाने की कोशिश की तो वे उन पर हमला करते नजर आए।
क्या बोले गांव के सरपंच
इस मौके पर गांव के सरपंच हरप्रीत सिंह ने कहा कि, “88 बीघे की बोली एससी समुदाय ने ली है लेकिन एससी समुदाय के कुछ लोग आपत्ति कर रहे थे। वे टेंट लगाकर इस जमीन पर कब्जा करना चाहते थे लेकिन आज जब पुलिस प्रशासन आया तो उन्होंने मौके पर मौजूद पुलिस पर ईंट-पत्थरों से हमला कर दिया।”
इस मौके पर एससी समुदाय के परगट सिंह ने कहा कि, “जमीन की बोली को लेकर विवाद था, क्योंकि इस जमीन को एससी समुदाय के लोग लेना चाहते थे और यह जमीन गांव के दूसरे समुदाय को दे दी गई थी।”
इस अवसर पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट बीडीपीओ नाभा कृष्ण सिंह ने बताया कि, “इस जमीन की बोली समुदाय द्वारा ली गई थी और कुछ लोग इस जमीन को एससी समुदाय से कम रेट पर लेना चाहते थे जिसके कारण 88 बीघे जमीन पर ये तंबू लगाकर कब्जा कर रहे थे। जिसके कारण आज उन्होंने इसे उठाने की कोशिश की और वे बहस करने लगे।”
रिपोर्ट-राजपाल सिंगला