फैक्ट्री में फैला करंट, तड़पते रहे मजदूर, बिजली विभाग की लापरवाही आई सामने

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करंट लगने से झुलसे मजदूर

श्रीगंगानगर/राजस्थान: श्रीगंगानगर के नेहरा नगर में करंट की चपेट में आने से 4 लोग झुलस गए. जिनमें एक की मौत हो गई. दरअसल यह हादसा फैक्ट्री के गोदाम में काम करते समय हुआ. घटना में घायल तीनों व्यक्तियों का इलाज जारी है. मिली जानकारी के अनुसार, यह हादसा शहर के अग्रसेन नगर थर्ल्ड के इंडस्ट्रीयल एरिया में एमआर सीड्स प्राइवेट लिमिटेड नामक बीज फैक्ट्री में हुआ. बता दें कि, चारों व्यक्ति फैक्ट्री में शैड की मरम्मत कर रहे थे. तभी यह हादसा हो गया.

सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस

हाइटेंशन तारों से करंट लगने से चारों मजदूर इधर-उधर गिर गए. वहीं हादसे में 40 वर्षीय राजकुमार मिस्त्री की खंभे के नीचे फंस जाने से मौत हो गई. वहीं कालूराम, अनिल और मनमोहन नामक मजदूर करंट से झुलस गए. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. फिलहाल घायलों को राजकीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहां घायलों का इलाज जारी है. वहीं, मृतक राजकुमार का शव मोर्चरी में रखवाया गया है.

आधा घंटा तड़पते रहे, लेकिन नहीं आया फैक्ट्री मालिक

सूचना मिलते ही जवाहरनगर थाना से सहायक उप निरीक्षक हेतराम मौके पर पहुंचे. वहीं घटना को लेकर स्थानीय और प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि करंट लगने के बाद मजदूर आधा घंटे तक तड़पते रहे, लेकिन फैक्ट्री मालिक ने कोई खबर नहीं ली. दरअसल मरम्मत के लिए लोहे की छड़ी लगाई हुई थी, जिसके कारण साइड से गुजर रही हाइटेंशन तारों से करंट प्रवाहित हो गया.

इस घटना का जिम्मेदार कौन?

घटना को लेकर घायलों ने बताया कि फैक्ट्री के पास से हाइटेंशन तार गुजर रही है. तारों पर कई जगह रबड़ भी नहीं चढ़ाई गई है. इसको लेकर मालिक को कई बार अवगत करवाया गया, लेकिन उन्होंने भी कोई ध्यान नहीं दिया. वहीं, इस हादसे के बाद बिजली विभाग की लापरवाही सामने आ रही है. ऐसे में स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं. पीड़ितों के परिजन और लोगों में आक्रोश है. इस हादसे को लेकर न्याय की मांग को लेकर लोगों ने अस्पताल गेट पर धरना लगा दिया है.

वहीं, भारतीय जनता मजदूर संघ मंच के जिलाध्यक्ष हेमराज चौधरी और संजय महिपाल भी मौके पर पहुंचे और फैक्ट्री मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पीड़ित परिवार को न्याय दिलवाने की बात कही. उनका कहना है कि जब तक हमें इंसाफ और उचित मुआवजा नहीं मिल जाता, तब तक हम शव के साथ ही यहां धरने पर बैठे रहेंगे.

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