यमुना को शांत करने लिए यज्ञ के पीछे है दिलचस्प कहानी

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करनाल/हरियाणा: मॉनसून ने इस बार देश के कई राज्यों में भारी तबाही मचाई। बाढ़ की वजह से जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। राजधानी दिल्ली में यमुना ने भी काफी परेशान किया। यमुना नदी के किनारे बसे इलाकों में बाढ़ सी स्थिति बन गई। वहां रहने वाले परिवारों को शिफ्ट किया गया। यमुना ने हरियाणा में भी काफी नुकसान किया है।

यज्ञ से शांत होगी यमुना!

बाढ़ से परेशान लोग यमुना की इस तबाही से बचने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं। वहीं, करनाल में ऐसा अनोखा मामला सामने आया है, जहां ग्रामीणों ने यमुना को शांत करने के लिए यज्ञ किया।

क्या है मान्यता?

ग्रामीणों का मानना है कि करनाल के लालुपुरा गांव की बेटी की तरफ से पूजा करने से यमुना शांत हो जाएंगी। ग्रामीणों और विधायक ने बताया कि पिछले कई साल से यज्ञ नहीं हुआ था। अब यमुना के रौद्र रूप को शांत करने के लिए यज्ञ किया गया।

बाढ़ से तबाही

हालांकि, बाढ़ का कहर करनाल के कई गांव में शांत हो चुका है। लेकिन जैसे जैसे पानी आगे बढ़ रहा है गांव पर खतरा मंडराने लगा है। करनाल के घरौंडा हल्के में यमुना से सटे हुए गांव में स्थिति खराब है, क्योंकि यमुना के पानी के कारण लगातार कटाव हो रहा है। प्रशासन और विधायक ग्रामीणों के साथ मिलकर गांव को बचाने में जुटे हुए हैं। 

यज्ञ के पीछे की कहानी 

कटाव वाली जगह पर लगातार मिट्टी के कट्टे डाले जा रहे हैं, और पानी को अंदर गांव में आने से रोका जा रहा है। वहीं, घरौंडा के लालूपुरा गांव की एक और मान्यता है कि काफी साल पहले जब यमुना अपना रौद्र रूप दिखा रही थी तब यमुना को शांत करने के लिए एक संत ने ब्राह्मण की बेटी को यमुना को समर्पित कर दिया था।

स्थानीय लोगों ने क्या कहा?

स्थानीय लोग इस घटना का जिक्र करते हुए कहते हैं कि जब यमुना का बहाव तेज था और गांव वाले उस बेटी को बचाने के लिए अंदर जाते उससे पहले ही यमुना ने उस बेटी को अपनी लहरों से बाहर फेंक दिया था। इस घटना के बाद उस लड़की का नाम जमुना रखा गया था। उसके बाद लगातार हर साल वहां पर यमुना नदी के पास हवन यज्ञ होता था। 

पूजा के लिए जमुना को बुलाया गया

आपको बता दें कि, पिछले कुछ सालों से यज्ञ नहीं हुआ है और इस बार यमुना का विकराल रूप सभी ने देखा है। जिस महिला का नाम जमुना रखा गया था उसे बुलाया गया और यमुना की पूजा करवाई गई। जमुना की शादी होने से पहले जमुना ही यमुना नदी के किनारे पूजा करती थी। ग्रामीणों का कहना है कि जमुना के पूजा करने से यमुना नदी शांत रहती थी। यमुना को शांत करने के लिए गांव की बेटी जमुना को उसके ससुराल यूपी के सिक्का गांव से बुलाया गया और यमुना नदी के किनारे आज हवन यज्ञ का आयोजन किया ताकि यमुना शांत हो जाए।