बलिया/उत्तर प्रदेश: अक्सर आपने सुना होगा कि मिलना और बिछड़ना भगवान के हाथ में है, वो जैसा चाहता है वैसा ही होता है। मनुष्य तो कठपुतली के समान है। यह घटना एक ऐसी कहानी को चरितार्थ करती है, किसे कब, कहां, किससे मिलना है, यह मानो तय है, कब किसका साथ छूट जाए कोई नहीं जानता।
उसी तरह हम इंसानों को भी नहीं पता होता कि कब कोई मिलेगा या बिछड़ जाएगा। घटना उत्तर प्रदेश के बलिया जिले की है जहां एक महिला इलाज के लिए अस्पताल गई थी। जब वह अस्पताल गई तो उसे एक विक्षिप्त व्यक्ति दिखाई दिया। जब महिला उसके पास गई तो वह उसका पति निकला।
अब आप सोच रहे होंगे कि इसमें नया क्या है? तो दरअसल एक महिला है, जिसका पति 10 साल पहले लापता हो जाता है और काफी ढूंढने के बाद भी वह उसे नहीं मिल पाता। परिवार ने मान लिया या कि वह अब इस दुनिया में नहीं रहे।
फिर अचानक एक दिन वह महिला जिसका पति 10 साल से लापता है, उससे अस्पताल में मिलती है और वह महिला अपने पति को घर ले आती है। सोचिए, अगर किसी का 10 साल से बिछड़ा पति अचानक कहीं मिल जाए तो क्या होगा?
हम सोच भी नहीं सकते कि कितनी ख़ुशी होगी। जिस महिला का पति सवा साल से नहीं बल्कि 10 साल से गायब है, उस पर क्या गुजरी होगी ये तो वही जानती है। फिर 10 साल बाद अचानक अस्पताल में मिलना, ये वाकई कुदरत का चमत्कार है ना?
इसीलिए कहा गया है कि मिलना और बिछड़ना सब भगवान के हाथों में है। उसकी इच्छा के बिना एक पत्ता भी नहीं हिलता। ऐसी घटनाओं पर ये कहावत सटीक बैठती है।
हालांकि, बताया जा रहा है कि उस महिला के पति की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है, शायद इसीलिए वह लापता हो गया और जब 10 साल बाद वह मिला तो हालत बहुत खराब थी, जिसके बाद महिला अपने पति को घर ले आई और अब 10 साल बाद उसे अपना पति फिर से मिल गया।
बलिया/उत्तर प्रदेश
रिपोर्ट: प्रत्यूष कुमार