उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप, कहा- ‘गोली चलाना होना चाहिए अंतिम विकल्प’

Published

नालंदा/बिहार: राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कटिहार में हुई गोलीकांड घटना को लेकर बिहारशरीफ सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता की. इस दौरान उपेंद्र कुशवाहा कटिहार की घटना को लेकर काफी गंभीर दिखे.

उन्होंने कहा कि बिहार में शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करना मुश्किल होता जा रहा है. बता दें कि कटिहार में स्थानीय लोग बिजली विभाग के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. पुलिस की मानें तो प्रदर्शनकारियों ने नियमों का उल्लंघन किया जिसके बाद पुलिस ने एक्शन लिया.

‘गोली चलाना होना चाहिए अंतिम विकल्प’

उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि गोली चलाना पुलिस के लिए अंतिम विकल्प होता है, लेकिन इससे पहले अन्य विकल्पों को बिहार पुलिस ने क्यों नहीं इस्तेमाल किया. कुशवाहा ने कहा कि कल कटिहार में बिजली की समस्या को लेकर ग्रामीणों के द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा था.

इस प्रदर्शन में गोली मारने के नियत से ही पुलिस द्वारा गोली चलाई गई. उन्होंने आगे कहा कि कटिहार में बिजली के लिए आंदोलन कर रहे लोगों पर गोली चला कर उनकी आवाज को बिहार सरकार के अधिकारियों ने बंद करने की कोशिश की है.

कुशवाहा ने कहा कि नीतीश सरकार गलतफहमी में है कि गोली के बल पर लोगों के आक्रोश को बंद कर दिया जाएगा.

‘बिहार में अघोषित इमरजेंसी लागू’  

उन्होंने आगे कहा कि कटिहार में हुई घटना को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हस्तक्षेप करना चाहिए और दोषियों पर मुकदमे दर्ज होने चाहिए. कुशवाहा ने नीतीश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार आम जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों का दबाने का काम कर रही है.

उन्होंने आगे कहा कि कहीं ना कहीं अघोषित रूप से बिहार में इमरजेंसी जैसे हालात हैं. कोई तानाशाह सरकार ही आंदोलन करने वालों पर गोली चलाने का काम कर सकती है.