नाहन/हिमाचल प्रदेश: शिक्षा खंड बकरास की ग्राम पंचायत नाया पंजोड़ की राजकीय प्राथमिक पाठशाला व राजकीय माध्यमिक पाठशाला में इन दिनों शिक्षकों का टोटा है यह रिक्त पड़े पदों के चलते स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने आने वाले करीब 60 बच्चों का भविष्य अंधकार में हो चला है।
मामला प्रदेश सरकार में उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान के गृह क्षेत्र का है। सत्ता में होने के बावजूद भी मंत्री के गृह क्षेत्र में स्कूलों में रिक्त पड़े पदों को नहीं भर पा रहे हैं जिसके चलते स्थानीय लोगों में रोष बना हुआ है।
रिक्त पदों के चलते अंधकार में बच्चों का भविष्य
राजकीय माध्यमिक पाठशाला नाया के मुख्य अध्यापक केवल राम ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि स्कूल में करीब आधा दर्जन पद स्वीकृत है जिनमें से 2 पदों पर शिक्षकों की तैनाती है जबकि अन्य सभी पद खाली चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्राथमिक व माध्यमिक पाठशाला नाया में 60 बच्चे शिक्षा ग्रहण करने पहुंच रहे है लेकिन अध्यापकों के पद रिक्त होने के चलते स्कूली बच्चों के भविष्य का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।
यहां तैनात शिक्षक भी स्कूली बच्चों को पढ़ाने के साथ-साथ कार्यालय के कामकाज को भी अंजाम दे रहे हैं जिसके चलते लगातार स्कूली बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
पदों को भरने के लिए सरकार से लगाई गुहार
स्थानीय निवासियों ने बताया कि, स्कूल में रिक्त पड़े पदों को भरने के लिए सम्बन्धित विभाग समेत सरकार से गुहार लगाई जा चुकी है। उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान के गृह क्षेत्र के स्कूलों में रिक्त पड़े पदों के चलते यहां शिक्षा ग्रहण करने आने वाले बच्चों का भविष्य अंधकार में हैं।
राजकीय प्राथमिक पाठशाला नाया 1959 में यहां शुरू हुई थी तो वहीं माध्यमिक पाठशाला नाया 2003 से यहां चली हैं उन्होंने बताया कि यहां लगाता शिक्षकों का टोटा रहा है। दोनों विद्यालय मात्र 2 शिक्षकों के सहारे चल रहे हैं। उन्होंने शिक्षा विभाग व प्रदेश सरकार से गुहार लगाई कि जल्द से जल्द यहां रिक्त पड़े पदों को भरा जाए।
रिपोर्ट- धनगुरु रामदास
नाहन, हिमाचल प्रदेश