नई दिल्ली/डेस्क: भारतीय उपमहाद्वीप की जीवन रेखा भारतीय रेलवे ने देश को अपने नेटवर्क से पूरी तरह से जोड़ दिया है। भारतीय रेलवे 68 हजार किलोमीटर के नेटवर्क के साथ दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है, जिसके नाम ऐसे विश्व रिकॉर्ड हैं जिन्हें शायद ही कोई तोड़ सके।
भारतीय रेलवे, भारतीय जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसकी रेलगाड़ियाँ न केवल यातायात के साधन होती हैं, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, आदर्शों और निरंतरता के प्रतीक भी हैं। इस लेख में, हम भारतीय रेलवे के उन विश्व रिकॉर्डों की चर्चा करेंगे जो इसे दुनिया में अनूठा बनाते हैं।
सबसे लंबा रेलवे प्लेटफ़ॉर्म:
भारतीय रेलवे के कुछ प्लेटफ़ॉर्म दुनिया के सबसे लंबे हैं। हुबली का 8 नंबर प्लेटफॉर्म दुनिया का सबसे लंबा प्लेटफॉर्म है जिसकी लंबाई 1507 मीटर है। जिसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने मान्यता प्रदान की है।
सबसे लंबी यात्रा
असम के डिब्रूगढ़ से तमिलनाडु के कन्याकुमारी तक चलने वाली विवेक एक्सप्रेस को वर्तमान में दूरी और समय दोनों के मामले में देश की सबसे लंबे ट्रेन मार्ग का खिताब हासिल है। ट्रेन रास्ते में कुल नौ राज्यों को पार करते हुए आगे बढ़ती है। 58 स्टॉप के साथ, ट्रेन असम, नागालैंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, केरल और तमिलनाडु से होकर जाती है।
ऑस्ट्रेलिया की आबादी से ज्यादा लोग करते है सफर
भारतीय रेलवे के नाम ऐसे कई विश्व रिकॉर्ड हैं जिन्हें शायद ही कोई आगे तोड़ सके। आप इस बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि ऑस्ट्रेलिया की आबादी से ज्यादा लोग भारतीय रेलवे में रोजाना यात्रा करते हैं। ऑस्ट्रेलिया की आबादी जहां 2.75 करोड़ है, वहीं भारतीय रेलवे में 3 करोड़ भारतीय रोजाना यात्रा करते हैं।
दुनिया का 10वां सबसे बड़ा नियोक्ता
इसके अलावा कालका-शिमला रेलवे को दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे रूट का दर्जा प्राप्त है। भारतीय रेलवे दुनिया का 10वां सबसे बड़ा नियोक्ता भी है जो 13 लाख लोगों को रोजगार देता है।
भारतीय रेलवे ने न केवल अपने विश्व रिकॉर्ड से भारतीयों को गौरवान्वित किया है, बल्कि पूरी दुनिया को यह साबित कर दिया है कि भारतीयों की कड़ी मेहनत, प्रतिबद्धता और नैतिकता के बिना ऐसा कुछ भी संभव नहीं है।
लेखक: करन शर्मा