नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी ने 29 जुलाई को राष्ट्रीय शिक्षा नीति की तीसरी वर्षगाठ के अवसर पर दिल्ली के प्रगति मैदान में स्थित भारत मंडपम में अखिल भारतीय शिक्षा समागम का उद्घाटन किया। कार्यक्रम के दौरान पीएम ने ‘पीएम श्री योजना’ की पहली किस्त जारी की।
इस योजना के तहत देशभर के 14500 स्कूलों को अपग्रेड किया जाएगा। शिक्षा के क्षेत्र में केंद्र सरकार का राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के बाद बड़ा कदम है। जिसका लक्ष्य देश के भविष्य को बुनियादी तौर पर मजबूत करना है। दरअसल, वर्ष 2022-23 से 2026 तक पांच वर्षों की अवधि के लिए 27360 करोड़ रुपये की लागत से पीएम श्री (पीएम स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया) योजना प्रोजेक्ट को लागू किया जाएगा।
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा, NEP का लक्ष्य देश को रिसर्च और का इनोवेशन का केंद्र बनाना है। इसके साथ ही, पीएम मोदी ने आगे कहा कि, “यह शिक्षा ही है, जो देश की किस्मत बदलने की ताकत रखती है। वहीं, इस मौके पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, पीएम मोदी के नेतृत्व में NEP 2020 21वीं सदी के भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण तत्व है।
क्या है पीएम श्री स्कीम?
पीएम श्री योजाना का पूरा नाम है ‘प्रधानमंत्री स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया’। प्रधानमंत्री ने पिछले साल शिक्षक दिवस के मौके पर इस स्कीम की घोषणा की थी। इस योजना के अनुसार, 14 हजार 500 स्कूलों को अपग्रेड किया जाएगा। इनमें प्राथमिक से लेकर बारहवीं कक्षाओं तक के स्कूल में शामिल होंगे। इन स्कूलों को इस तरह अपडेट किया जाएगा, जिससे ये अन्य के लिए रोल मॉडल के रुप में विकसित किया जा सके। इसका पहले चरण में योजना को 5 सालों के लिए (2022-2027) लागू किया जाएगा। वहीं, इस योजना का कुल अनुमानित बजट 27 हजार 360 करोड़ रुपये है।