Hathras Stampede: हाथरस में हुए दुर्भाग्यपूर्ण भगदड़ की घटना, जिसमें करीब 121 लोगों की मौत हो गई। इस घटना के बाद बाबा नारायण साकार हरि की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है, जिसमें बाबा ने मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है और ईश्वर से घायलों की शीघ्र ठीक होने की प्रार्थना की है।
बाबा नारायण साकार हरि ने अपने बयान में कहा कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. ए पी सिंह को अधिकृत किया है ताकि समागम के बाद कुछ विरोधी सामाजिक तत्वों द्वारा भगदड़ मचाने के मामले में उचित कार्रवाई की जा सके।
सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों का होता है विशेष कोड ?
इस बीच, कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि बाबा की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों को विशेष कोड नाम दिए गए थे। बाबा की गुलाबी ड्रेस में तैनात सेवक ‘नारायणी सेना’ के नाम से जाने जाते थे, जबकि काफिले के साथ चलने वाले ब्लैक कमांडो को ‘गरुण योद्धा’ कहा जाता था।
इसके अलावा, सर पर टोपी और ब्राउन ड्रेस पहनने वाले सुरक्षाकर्मियों को ‘हरी वाहक’ नाम दिया गया था। ब्लैक कमांडो, यानी गरुण योद्धा, 20-20 की टुकड़ी में होते थे। गुलाबी ड्रेस वाले नारायणी सेना 50-50 की टुकड़ी में तैनात होते थे, जबकि हरी वाहक 25-25 की टुकड़ी में होते थे।