महासमुंद/छत्तीसगढ़: सरायपाली नगर में चल रहे नवनिर्मित प्रसिद्ध मल्टी स्पेशलिस्ट कुमकुम हॉस्पिटल पर बड़ी कार्रवाई हुई है। हॉस्पिटल में छापेमारी के बाद अस्पताल और मेडिकल स्टोर को सील कर दिया गया। SDM हेमन्त नंदनवार और BMO ने बी बी कोसरिया की संयुक्त टीम ने यह बड़ी कार्रवाई की है।
छापेमारी के दौरान हॉस्पिटल के संचालक डॉ. प्रवीण शर्मा और डॉ. की टीम मौके से नदारद हो चुके थे। वहीं, एमरजेंसी पेसेंट को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भेजने की व्यवस्था की गई जिससे मरीजों को कोई परेशानी ना हो।
स्थानीय प्रशासन ने कार्रवाई को आगे बढ़ाते कई अस्पतालों पर कार्रवाई की है। भोतलडीह में संचालित देवराज साहू के क्लीनिक और साहू मेडिकल को भी नर्सिंग होम एक्ट के तहत सील कर दिया। छुईपाली में अंबिका हॉस्पिटल में भी प्रशासन ने दबिश दी लेकिन वहां भी कोई जिम्मेदार डॉक्टर और संचालक नहीं मिले। प्रशासन ने अंबिका हॉस्पिटल में खामियां पाई, जिसको लेकर नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। हालांकि, इस हॉस्पिटल को भी सील किया जा सकता है। प्रशासन की कार्रवाई से अवैध क्लीनिक, मेडिकल और हॉस्पिटल संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है।
बता दें कि महासमुंद कलेक्टर और सरायपाली SDM को सरायपाली में झोला छाप डॉक्टरों के द्वारा क्लीनिक और हॉस्पिटल संचालित करने की लगातार शिकायतें मिल रही थी। सरायपाली के बड़े हॉस्पिटल संचालक जो कि फर्जी डॉक्टर की डिग्री के सहारे सरायपाली शहर में कुमकुम हॉस्पिटल के नाम पर संचालित किया जा रहा था, बिना अनुमति के ऑपरेशन और अन्य सभी इलाज किए जा रहे थे।
यह सवाल उठना लाजमी है कि शहर के बीचों बीच इतना बड़ा हॉस्पिटल अवैध रूप से संचालित कैसे हो रहा था और इसकी जानकारी विभाग के अधिकारियों को कैसे नहीं मिली। लिहाजा कुमकुम हॉस्पिटल के ओपीडी, एक्सरे, आईसीयू सहित पूरे अस्पताल को सील करके जांच की जा रही है।
रिपोर्ट – रोहन मिश्रा