Cancer Risk In India: हार्ट अटैक के अलावा युवाओं में तेजी से बढ़ रहा कैंसर, भारत में चिंताजनक स्थिति

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Cancer Risk in India: डायबिटीज के बाद भारत में कैंसर की संख्या में चिंताजनक बढ़ोतरी हो रही है। विज्ञानिकों का कहना है कि यह बढ़ता हुआ खतरा विभिन्न कारणों के कारण हो रहा है, जिसमें जीवनशैली का बदलाव, प्रदूषण, और अनियमित आहार शामिल है। अपोलो हॉस्पिटल्स की एक नई स्टडी के अनुसार, भारत में बहुत जल्द कैंसर बहुत ज्यादा बढ़ सकता है। “हेल्थ ऑफ द नेशन” नाम से पब्लिश रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि देश में युवा कैंसर के हाई रिस्क में हैं।

बढ़ती संख्या का खतरा

भारत में हर साल कैंसर के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। 5 साल में कैंसर के मामलों में 13 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है। आंकड़ों पर ध्यान दें तो साल 2020 में देश में 13.9 लाख कैंसर मरीज थे, जिनकी संख्या साल 2025 तक 15.7 लाख पहुंचने का अनुमान है।

इस रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि भारत में महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर और पुरुषों में लंग्स का कैंसर अधिक तेजी से फैल रहा है। इनमें युवा मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका और ब्रिटेन को छोड़कर अन्य देशों की तुलना में भारत में युवा तेजी से कैंसर का शिकार हो रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि अन्य देशों की तुलना में इस बीमारी की स्क्रीनिंग बहुत कम या बहुत देर से हो रही है।

भारत में सर्वाइकल कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर के सबसे ज्यादा केस

रिपोर्ट के मुताबिक, महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर और पुरुषों में लंग्स कैंसर, माउथ कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर का खतरा काफी ज्यादा देखने को मिला है। कोलन कैंसर या आंतों का कैंसर युवाओं में ज्यादा देखने को मिल रहा है। इस कैंसर के करीब 30 प्रतिशत मरीज 50 साल से कम उम्र वाले हैं। आशंका है कि आने वाले 10 सालों में इस कैंसर के मरीजों की संख्या दोगुनी हो सकती है।

इन चिंताजनक आंकड़ों के साथ, भारत सरकार को सख्ती से कैंसर नियंत्रण और प्रतिबंध के लिए कठोर उपायों की जरूरत है। यह समय है कि हम सभी अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें और समाज को इस खतरनाक बीमारी के खिलाफ जागरूक करें।

लेखक: करन शर्मा