जानिए क्या है भूरिया बाबा की धुनी का रहस्य

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सुमेरपुर, राजस्थान: 3 हजार फीट की ऊंचाई पर बैठे भूरिया बाबा के दर्शन के लिए श्रद्धालु बड़ी कठिनाइयों के साथ पहुंचते हैं, न्यूज़ इंडिया की टीम भी सुमेरपुर शहर के समीप अरावली की सहायक पहाड़ी पर पहुंची। इस पहाड़ी पर हर साल हरियाली अमावस्या को मेला आयोजित होता है, मेले में हजारों की तादाद में श्रद्धालु कठिन पगडंडियों के रास्तों को पार करके पहाड़ी पर पहुंचते हैं।

पहाड़ी पर बनाई जाने वाली लापसी हजारों श्रद्धालुओं के लिए भी नहीं पड़ती कम

कंवर पहाड़ी करीबन तीन हजार फिट ऊंचाई पर है, पहाड़ी की ऊंचाई को अनदेखा करते हुए लोग काफी उत्साह के साथ मेला देखने आते हैं। चाहे धूनी पर कितनी भी मुश्किलों से जाना पड़े लेकिन लोगों में भूरिया बाबा धूनी के प्रति आस्था का वो मंजर है, जो उन्हें वहां पर खींच ही लाता है।

आपको बता दें कि धूनी पर कमेटी द्वारा कई व्यवस्थाएं भी की जाती है इन व्यवस्थाओं में श्रद्धालुओं और भक्तों के सहयोग से करीब 12 क्विंटल की लापसी बनाई जाती है. इस लापसी का भी अपना एक रहस्य है। चाहे श्रद्धालु हजारों की तादाद में पहुंचे या लाखों की, पहाड़ी पर बनाई गई ये लापसी कभी कम नहीं पड़ती। इतना ही नहीं मंदिर के नीचे पुराडा के पुरोहित समाज द्वारा भी अलग से 11 क्विंटल लापसी बनाई जाती है।

राजनीतिक नेता भी भूरिया बाबा को मानते हैं

मंदिर तक जो लोग पहुंच नहीं पाते, वे लोग मंदिर के नीचे भजन संध्या में झूमते हैं, साथ ही मंदिर के नीचे से ही धूनी के दर्शन करके अपनी मन्नतें मांगते हैं। मंदिर में भूरिया बाबा की आस्था का केंद्र होने से यहां पर राजनीतिक नेता भी आते हैं और बाबा से अपने लिए कुछ न कुछ जरूर मांगते हैं। अगर साफ दिल और सच्ची आस्था से बाबा के दर्शन करें तो हर मन्नत पूरी होती है।

रिपोर्ट: तरुण रावल

सुमेरपुर, राजस्थान: