पंचायत ने तुगलकी फरमान सुनाकर पूरे परिवार को गांव से किया बहिष्कृत

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राजनांदगांव/छत्तीसगढ़: डोंगरगांव तहसील के ग्राम तिलईरवार में रहने वाले एक परिवार को गांव से बहिष्कृत कर दाना-पानी बंद कर देने का मामला सामने आया है। पीड़ित परिवार ने डीएम कार्यालय पहुंच सीएम से न्याय दिलाने की गुहार लगाते हुए पत्र सौंपा है। साथ ही पूरे मामले की शिकायत भी थाने में की गई है, न्याय दिलाने की गुहार परिवार द्वारा लगाई गई है।

आज के आधुनिक युग में भी लगातार समाज से बहिष्कृत करने और दाना-पानी बंद करने के मामला लगातार सामने आ रहे हैं। तिलईरवार गांव का निवासी विकास सिंह और उसके परिवार को गांव वालों ने बहिष्कृत कर दिया है। 

पीड़ित ने बताया कि वह गांव में अंडा मंगोड़ी का ठेला चलाता है और अपने परिवार का पालन पोषण करता है।  23 जुलाई को गांव में बैठक बुलाई गई और पीड़ित को शराब पिलाने के झूठे आरोप में गांव से बहिष्कृत कर दाना-पानी बंद करने का निर्णय लिया गया। उसने बताया, गांव के कुछ लोगों ने दुकान में शराब पिलाने का आरोप लगाया गया था जो कि पूरी तरीके से निराधार है। 

पीड़ित का कहना है कि मेरे द्वारा शराब पिलाए जाने का मामला अभी तक साबित नहीं हो पाया है, बावजूद गांव के लोगों द्वारा पूरे परिवार को बहिष्कृत दिया है। उसने कहा कि गांव में किसी को भी बात करने के लिए मना किया गया है, जिससे परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही सामान लेन-देन भी बंद कर दिया गया है। 

राजनांदगांव डीएम कार्यालय पहुंच परिवार ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा और डिप्टी कलेक्टर इंदिरा देहारी को ज्ञापन दिया है। वहीं, डिप्टी कलेक्टर ने कहा कि विकास सिंह ने ज्ञापन दिया गया है, उनका परिवार आया हुआ था। उनकी यह शिकायत है कि उनको शराब पिलाने के मामले में गांव से बहिष्कृत कर दिया गया है, उनके द्वारा शिकायत दी गई है। इस संबंध में संबंधित एसडीएम और पुलिस अधिकारियों को पत्राचार किया जाएगा और जांच कर आगे कार्रवाई की जाएगी।

रिपोर्ट – रोहन मिश्रा