उत्तर प्रदेश: हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट बैन होने के बाद योगी आदित्यनाथ सरकार से हलाल ट्रस्ट नाराज है. ट्रस्ट के सीईओ नियाज अहमद ने योगी सरकार के फैसले के खिलाफ कोर्ट जाने का निर्णय लिया है. कहा गया है कि हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट्स पर बैन लगाना गलत है. ये व्यक्तिगत व उत्पाद बनाने वालों की मर्जी है. ये उन्हें देखना है कि जो चीज वो बना रहे हैं वो ग्राहकों के हिसाब से कैसे सही है. अब इसी के बीच हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट की तलाश में अभियान चला जा रहा है.
यूपी सरकार के हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट बैन करने के बाद हरदोई में भी एफएसडीए की टीम लगातार दुकान और शॉपिंग मॉल में चेकिंग कर रही है. हरदोई में हालांकि ऐसा कोई भी प्रोडक्ट नही मिला है. दरअसल, हलाल सर्टिफिकेट प्रोडक्ट को सरकार ने बैन कर दिया है. लिहाजा बाजार में हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट न बिक सके इसको लेकर आज एफएसडीए की टीम ने शहर में कई शॉपिंग मॉल और दुकानों में छापेमारी की. खाद्य विभाग की टीम ने वी मार्ट, विशाल मेगा मार्ट, रस्तोगी कन्फेक्शनरी समेत शहर के विभिन्न शॉपिंग मॉल और दुकानों में चेकिंग की. इस दौरान खाद्य विभाग की टीम ने कोल्ड ड्रिंक ड्राई फ्रूट सहित तमाम प्रोडक्ट चेक किए.
हालांकि, इस दौरान खाद्य विभाग की टीम को कोई भी हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट नहीं मिला है. फिलहाल हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट बाजार में न बिक सके इसको लेकर सरकार के निर्देश को अमली जामा पहनाने में खाद्य विभाग जुटा हुआ है. जो हलाल सर्टिफाइड हो यदि ऐसा कोई प्रोडक्ट मिलता है तो इसमें कार्यवाही की जाएगी और किसी भी तरह से हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट को बिकने नहीं दिया जाएगा.
लेखक: इमरान अंसारी