बागेश्वर धाम बना राजनीति का केंद्र, बीजेपी और कांग्रेस भी धीरेंद्र शास्त्री की शरण में

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बागेश्वर धाम में 13 से 19 फरवरी तक धर्म महाकुंभ का आयोजन किया गया है इसमें नेता से लेकर धर्मगुरूओं का आगमन हो रहा है। 18 फरवरी को 121 बेटियों की शादी धाम द्वारा कराई जाएगी।

इस साल विधानसभा चुनाव होने वाला है, कांग्रेस और बीजेपी दोनों हिंदुत्व के पीच पर खेलने की तैयारी में जुट गए हैं। पहले भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने धीरेंद्र शास्त्री को अपने बेटे जैसा बताया उसके बाद कांग्रेस नेता कमलनाथ ने बागेश्वर धाम में हाजिरी लगाई।

उमा भारती ने धीरेंद्र शास्त्री को बेटा कहा… पूरी ख़बर

कमलनाथ ने बागेश्वर धाम में लगाया हाजिरी…. पूरी ख़बर

उधर धर्म और आस्था की आड़ में राजनेता अपनी रोटियां सेंकना चाहते हैं। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जिस तरह के सियासी खेल-खेले जा रहे हैं उसमें धर्म को केवल एक मोहरा बनाया जा रहा है। ऐसे में बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री राजनीति का केंद्र बन चुके हैं भाजपा से लेकर कांग्रेस के नेता भी उनके दरबार में हाजिरी लगाने लगे हैं। हालांकि बाबा साफ कहते हैं, मेरा राजनीति से कोई संबंध नहीं है लेकिन फिर भी राजनेता चुनाव में बाबा का आशिर्वाद पाना चाहते हैं। इसीलिए हर रोज कोई ना कोई मंत्री या नेता उनके दरबार में हाजिरी लगाने जाते रहते हैं।

धीरेंद्र शास्त्री का दरबार

हालांकि इसका फायदा किसको होने वाला है ये तो वक्त आने पर पता चलेगा लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि सीधे तौर पर तो बाबा राजनीति से खुद को अलग दिखाते हैं मगर अंदरूनी तरीके से पार्टीयों के वोट बैंक पर बाबा का असर देखने को जरूर मिलेगा। इधर मध्य प्रदेश का चुनाव जैसै-जैसे करीब आ रहा है, नेताओं के रंग बदलते दिख रहे हैं। फिलहाल बीजेपी हो या कांग्रेस दोनों हिंदुत्व के पीच पर खेलने के लिए तैयार हैं।

Written by Bittu Verma