नेटवर्क मार्केटिंग के नाम पर युवाओं से ठगी, ऐसे फंसते थे लोगों को!

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छिंदवाड़ा/मध्य प्रदेश: नेटवर्क मार्केटिंग के नाम पर जिले के युवाओं से करोड़ों रुपए ठगने का मामला सामने आया है। आरोपी ग्रामीण क्षेत्र के नौजवानों को अपना टारगेट बनाते थे और उन्हें लालच देकर हजारों रुपए जमा करा लेते थे। टारगेट पूरा ना होने का हवाला देकर उनके पैसों को जब्त कर लिया जाता था।

पुलिस ने मार्केटिंग कंपनी नेटवर्क के रैकेट को तोड़ा

जिला पुलिस अधीक्षक को  इस रैकेट की जानकारी एक शिकायत के जरिए मिली। जांच कराने पर शिकायत में सत्यता पाई गई। जांच में यह तथ्य सामने आया कि एक मार्केटिंग कंपनी के नाम से रजिस्टर्ड फर्म ने छिंदवाड़ा में नेटवर्क मार्केटिंग का काम शुरू किया है। कंपनी के लोग आदिवासी अंचल के नौजवानों को नौकरी का लालच देकर उन्हें नेटवर्क मार्केटिंग में ज्वाइन करा देते हैं। 

जांच में पता चला कि जॉइनिंग फीस के नाम पर नौजवानों से 46,500 रुपये जमा करा लिए जाते हैं। चार दूसरे सदस्यों को टीम का मेंबर बनाने के लिए बाध्य किया जाता है, अगर वे 4 सदस्य नहीं बना पाते हैं तो इन युवकों की 46,500 रु की राशि जब्त कर ली जाती है। और अगर कोई युवक टारगेट पूरा कर लेता है तो उसे और भी बड़ा टारगेट दे दिया जाता है।

शिकायत की जांच करने के बाद छिंदवाड़ा पुलिस ने आरोपों में सत्यता पाई और यह तथ्य सामने आया कि कंपनी ने करोड़ों रुपए लोगों से लूटे गए हैं। इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने तथाकथित कंपनी के ऑफिस में छापा मारकर सारा रिकॉर्ड और फर्नीचर जब्त कर लिया और आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया।

रिपोर्ट – दीपक राज दुबे