पटना/बिहार: विपक्षी दलों की आगामी लोकसभा चुनाव की रणनीति को लेकर बेंगलुरु में बैठक जारी है. एक तरफ जहां विपक्षी दल बैठक कर रहे हैं तो वहीं भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी दावा किया है कि कई दल उनके संपर्क में हैं. तमाम राजनीतिक उठापटक के बीच दोनों पक्षों के बीच बयानबाजी का दौर भी जारी है.
एक तरफ जहां गृहमंत्री अमित शाह ने इस बैठक को भ्रष्टाचारियों का मिलन बताया तो वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि इस बैठक से भाजपा में डर का माहौल है.
‘नीतीश का किया गया अपमान’
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने भी बेंगलुरु में आयोजित विपक्षी एकता बैठक पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विपक्षी एकता के नाम पर बेंगलुरु बुलाकर कांग्रेस ने उनकी बेइज्जती की है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने एक साजिश के तहत नीतीश कुमार को अनस्टेबल लीडर बताकर उनका मजाक बनाया.
चौधरी ने आगे कहा कि कांग्रेस नीतीश को कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं देना चाहती है. उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार को पूरे देश की नहीं, बिहार की फिक्र होनी चाहिए. बिहार में इतनी समस्याएं हैं लेकिन नीतीश कुमार को इसकी कोई चिंता नहीं, वो सिर्फ PM बनना चाहते हैं.
‘विपक्षी दलों का मेल असंभव’
सम्राट चौधरी ने आगे कहा कि विपक्षी दलों में भारी मतभेद है और उनका मेल असंभव है. उन्होंने कहा कि सभी दल एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ते हैं तो उनके एक साथ आने का कोई सवाल पैदा नहीं होता है. सभी दल एक साथ आना चाहते हैं ताकि वो PM मोदी को हरा सकें लेकिन उनका यह सपना पूरा नहीं होगा. सम्राट ने आगे कहा कि छोटे दलों को नीचा दिखाना कांग्रेस की परंपरा रही है.
रिपोर्ट: राजीव मोहन
पटना, बिहार