जयपुर। आज का दौर में व्यक्ति मॉर्डर्न फैसिलिटीज का आदी हो गया है. जहां टेक्नोलॉजी ने इंसान को इतना मजबूर कर दिया है कि इसके बिना व्यक्ति जीवन का गुजारा करने की सोच भी नहीं सकता. सुबह उठते ही मोबाइल फोन चेक करना, दफ्तर में अनुकुलित वातावरण में रहना और न जाने क्या-क्या सुविधाओं ने इंसान को अपने अधीन कर लिया है. वहीं ऐसे में समय में भी गीता एक ऐसा ग्रंथ है, जिसकी बातें आधुनिक काल में कारगर साबित होती हैं.
गीता में बताएं गए रास्तों पर चलकर भी व्यक्ति सफलता पा सकता है. मैनेजमेंट के गुर सीख सकता है. इसी का खास उदाहरण है कि राजधानी जयपुर के पोद्दार बिजनेस स्कूल में भारतीय ग्रंथों, शास्त्रों, गीता और इतिहास के विज्ञान पर चर्चा की गई. इसको लेकर प्रबंधन सेंटर ने ‘आई नॉलेज’ (I Knowledge) की शुरुआत कर शुक्रवार को समारोह आयोजित किया गया.
कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना और द्वीप प्रज्वलन के साथ की गई. इसके बाद मैनेजमेंट के स्टूडेंट्स को गीता सहित कई धर्म ग्रंथों से रूबरू करवाया गया. छात्रों को समझाया गया कि कैसे गीता में लिखी बातों को अपनाकर प्रबंधन के गुर सीखे जा सकता है. छात्रों को देश के 7 हजार साल पुराने इतिहास की जानकारी दी गई. कई प्रसिद्ध चरित्रों के द्वारा अपनाई गई प्रबंधन नीतियों को भी समझाया गया.
वहीं इस प्रोग्राम की शुरूआत के साथ ही पोद्दार बिजनेस स्कूल प्रदेश का पहला ऐसा बिजनेस स्कूल बन गया है, जहां अध्यात्म, इतिहास और पौराणिक कथाओं के चरित्रों के आधार पर मैनेजमेंट से संबंधित गुर सिखाएं जाते हैं. इसको लेकर पोद्दार ग्रुप के चेयरमैन डॉ. आनंद पोद्दार बताते हैं कि ‘देश मे रामायण काल के हनुमान जी, गुप्तकाल के चंद्रगुप्त मौर्य जैसे आदर्श चरित्रों से बेहतर मैनेजमेंट सीखा सकता है. ऐसे चरित्रों से लीडरशिप, टाइम मैनेजमेंट, इनोवेशन जैसे आयामों को सीखा जा सकता है.
साथ ही उन्होंने कहा कि आने वाले समय में यह प्रोग्राम मैनेजमेंट के क्षेत्र में पूरी दुनिया में अपनी छाप छोड़ेगा. ये बेहद दिलचस्प, रोचक, ज्ञान से भरपूर और हाई मैनेजमेंट लर्निंग प्रोग्राम है. बता दें कि उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में दुबई के इन्फो गल्फ मैनेजमेंट एसोसिएशन के मोहन लाल अग्रवाल ने भी शिरकत की. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अग्रवाल ने कहा कि बड़े-बड़े स्टार्ट अप गीता के सूत्रों पर आधारित है.
इस कार्यक्रम में हरे कृष्णा मूवमेंट के वाइस प्रेसिडेंट अनंत शेष प्रभु, न्यूज इंडिया के रेजिडेंट एडिटर सुनील सुशीला शर्मा और प. दीनदयाल उपाध्याय स्मृति मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. विनोद शुक्ला सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे. शुक्ला ने गीता को जहन में उतारने की बात कही. वहीं पैनल डिस्कशन में न्यूज इंडिया से विशाल पराशर, रवि रेलिया, अंकित शर्मा, मुदित विलियम्स, डॉ. वंदना, महंत दीपक बल्लभ गोस्वामी सहित विभिन्न क्षेत्र के एक्सपर्ट्स भी मौजूद रहे.