भारतीय खगोल शास्त्र की माने तो सूर्य को सभी ग्रहों का राजा और इस सृष्टि का प्रशासक (नियंत्रण रखनेवाला) माना जाता है। शास्त्रों के जानकार कहते हैं कि, केवल सूर्य को अपने अनुकूल बना लिया जाए तो, जातक (व्यक्ति) का भाग्य उदय होने लगता है। जिस व्यक्ति की जन्मकुंडली में सूर्य कमजोर होने लगता है। उस व्यक्ति के सुख, सम्मान और भाग्य में कमी आने लगती है। साथ ही उसको स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएं आने लगती हैं। जिस कारण वह मानसिक तौर पर भी वह चिंतित रहने लगता है। अगर वह व्यक्ति शास्त्रों को मानता है और उनपर विश्वास करता है तो वह व्यक्ति सूर्य का उपाय कर इन सभी समस्याओं से छुटकारा पा सकता है।
कब है गणेश चतुर्थी?
इस बार गणेश चतुर्थी 9 फरवरी दिन गुरुवार को फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष में आने वाली है। इस चतुर्थी को कृष्ण पक्ष की चतुर्थी या फिर संकष्टी चतुर्थी भी कहा जाता है। इस दिन सूर्य को अपने अनुकूल बनाने के लिए ज्योतिष शास्त्र में कई उपाय बताए गए हैं। वैसे तो इन वैदिक उपायों को रविवार के दिन कोई भी कर सकता है। लेकिन, इस बार कृष्ण पक्ष की चतुर्थी गुरुवार के दिन है। ऐसी मान्यता है कि कृष्ण पक्ष की चतुर्थी के दिन यदि सूर्य के उपाय किए जाएं तो, ये ज्यादा प्रभावी होता है।
कैसे करें ये उपाय
- शास्त्रों के अनुसार, सूर्य को अपनी कुंडली के अनुकूल बनाने के लिए उसे अर्घ्य देना चाहिए। इसके लिए ब्रह्म मुहूर्त में ही स्नान करके एक तांबे के पात्र में जल भरें और उसमें लाल फूल, चावल, दूर्वा (दूब) और थोड़ा सा घिसा हुआ लाल चंदन मिला लें और इस जल को सूर्य को अर्घ्य दे दें।
- सूर्य को खुश करने के लिए आप रोजाना आदित्यह्रदय स्रोत का पाठ कर सकते हैं।इस पाठ के बाद प्रतिदिन 11 बार गायत्री मंत्र का भी जप करना चाहिए।
- गणेश चतुर्थी के दिन पीले और केसरिया रंग के कपड़े और फूल भगवान श्रीगणेश को चढ़ाने चाहिए। हो सके तो आप स्वयं भी धारण इसी रंग के कपड़े पहन लें। इस टोटके से गजानन और सूर्यदेव दोनों की कृपा प्राप्त होती है। इस उपाय से घर और समाज में भी मान-सम्मान प्राप्त होता है।
- आप सुबह जब भी उठें तो सबसे पहले माता-पिता, गुरु और ईष्टदेव का स्मरण करें। इसके बाद ही बिस्तर से नीचे पांव रखें। यदि इस उपाय को प्रतिदिन किया जाए तो बिना किसी अन्य पूजा-पाठ के भी सूर्य की अनुकूलता प्राप्त होगी। इस एक उपाय से ही आपका भाग्य चमक उठेगा।