गांव में घुसा बाढ़ का पानी, फसलें बर्बाद, बीमारियों का खतरा

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रुड़की/उत्तराखंड: देश के कई राज्यों में बारिश ने परेशानी खड़ी कर दी है। बारिश और बाढ़ से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। खास कर पहाड़ी इलाकों में लोगों की परेशानी बढ़ गई है। बारिश के पानी से फसलों का भी नुकसान हुआ है। रुड़की के मंगलौर में मूसलाधार बारिश की वजह से आम जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है।

मंगलौर के कई गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है। बाढ़ के कारण किसानों की खेती पूरी तरह बर्बाद हो गई। वहीं, गांव में पानी जमने से बिमारियों का खतरा भी बढ़ गया है। जमे पानी से महामारी का खतरा मंडराने लगा है। 

वहीं, जलभराव के बाद सैकड़ों परिवार अपने घरों को छोड़ने के लिए मजबूर है। कई लोग गांव छोड़कर चले गए हैं। कई घरों में पानी भरने से लोगों ने अपने बच्चों को दूसरी जगह पहुंचा दिया है। 

हालांकि, नगर निगम की टीम गांव में भरे बाढ़ के पानी को निकालने में जुटी हुई है। कस्बे में भरे पानी को पंप से निकालने की कोशिश की जा रही है। प्रशासन ने मंगलौर क्षेत्र को आपदाग्रस्त क्षेत्र घोषित कर दिया है।

इतनी त्रासदी के बाद भी प्रशासन के अधिकारियों को पीड़ितों का हाल पूछने की फुरसत नहीं है। कई घरों में अभी भी कई कई फुट पानी भरा हुआ है। वाल्मीकि की खालसा बस्ती में तकरीबन सौ से अधिक परिवार प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं। पीड़ितों की स्वास्थ्य की जांच के लिए प्रशासन ने मेडिकल टीम को तो नियुक्त कर दिया है, लेकिन पीड़ितों को अभी तक सरकारी मदद नहीं मिली है। 

रिपोर्ट – रोहन मिश्रा, डेस्क