चांद के बाद अब सूरज की स्टडी के लिए तैयार है ISRO, आदित्य L-1 सूरज और पृथ्वी के बीच लैगरेंज पॉइंट-1 से करेगा सूरज की स्टडी

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नई दिल्ली: नासा के बाद अब इसरो भी सूरज की स्टडी के लिए तैयार है। इसरो का यह पहला मिशन होगा जा सूरज का अध्ययन करेगा। अभी सभी की नजरें चंद्रयान 3 की ओर टिकी है। इसी बीच इसरो ने एक और मिशन की तैयारी पूरी कर ली है और चांद के बाद अब इसरो ने सूरज की स्टडी के लिए एक ऑब्जेर्वेटरी तैयार किया है। जिसका नाम आदित्य L-1 रखा गया है। इसरो अपने इस मिशन को भी PSLV का उपयोग करके लॉन्च किया जाएगा।

URSC में तैयार हुआ है आदित्य-L1

इसरो ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है कि, आदित्य-एल1, सूरज के प्रक्षेपण के लिए तैयार है। इसरो ने जानकारी भी दी कि, आदित्य-एल1 को URSC यानी यू आर राव सैटेलाइट सेंटर, बेंगलुरु में तैयार किया गया है। जो सफलता पूर्वक एसडीएससी-एसएचएआर, श्रीहरिकोटा पहुंच गया है।

कब होगी लॉन्चिंग?

आपको बता दें कि, आदित्य L-1 की लॉंन्चिंग की तारीख अभी सामने नहीं हैं, लेकिन इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि L-1 को इसी साल सितंबर के फर्स्ट वीक में लॉन्च किया जा सकता है।

कहां और कब पहुंचेगा L-1?

जानकारों का कहना है कि, स्पेसक्राफ्ट ‘आदित्य L-1’ लॉन्चिंग के करीब चार महीने बाद ही सूरज और पृथ्वी की प्रणाली के ऑर्बिट में स्थित 5 प्वाइंटों में से एक लैग्रेंजियन तक पहुंचेगा। इसरो ने आदित्य L-1 के लिए ये प्बाइंट इस लिए चुना है क्योंकि यहां पर ग्रहण का कोई असर नहीं पड़ता है, जिसके चलते यहां से सूरज की स्टडी करना और आसान हो जाता है।

पृथ्वी से 1.5 मिलियन दूरी तय करेगा आदित्या L-1

नासा की SOHO यानी सोलर एंड हेलिओस्फेरिक ऑब्जर्वेटरी सैटेलाइट भी इस प्वाइंट पर ही स्थित है। जोकि नासा और यूरोपीय स्पेश एजेंसी की एक अंतर्राष्ट्रीय संयुक्त परियोजना है। अगर पृथ्वी से इस प्वाइंट (L1) की दूरी की बात करें, तो पृथ्वी से इसकी दूरी करीब 15 लाख किमी है।

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